केंद्र सरकार और राज्य सरकार समय-समय पर अपने नागरिकों के कल्याण के लिए अलग-अलग तरह की योजनाएं चलाती रहती हैं। बच्चों के पालन पोषण और गरीब बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए उत्तराखंड सरकार ने आंचल अमृत योजना का शुभारंभ किया है, जिसके तहत नजदीकी आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराया जाता है। इस योजना का लाभ उन्हीं बच्चों को मिलेगा जिनका नाम आंगनबाड़ी केंद्रों में पंजीकृत होगा, और बच्चों को हफ्ते में 2 दिन पोषक तत्वों से भरपूर दूध दिया जाएगा जिससे कि उनके शरीर में प्रोटीन की कमी ना हो सके।
आंचल अमृत योजना का मुख्य उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य प्राथमिक स्तर के सभी बच्चों को उच्च गुणवत्ता वाला पौष्टिक दूध और संतुलित आहार प्रदान कराना है। साथ ही इस योजना के माध्यम से मिड डे मील के साथ विटामिन से भरपूर दूध भी उपलब्ध कराया जाएगा जिससे कि बच्चों को किसी भी प्रकार की स्वास्थ्य समस्या ना हो।
योजना के मुख्य बिंदू
- इस योजना के तहत बच्चों को पोषित दूध के साथ साथ पेट भर खाना उपलब्ध कराया जाएगा।
- इस योजना का लक्ष्य यह है कि राज्य के बच्चे स्वस्थ हों ताकि राज्य तथा देश के भविष्य को सुरक्षित रखा जा सके।
- इस योजना के माध्यम से प्रदेश भर में 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों से 6.9 लाख से अधिक बच्चों को लाभ मिलेगा।
- इस योजना के तहत वितरित किया जाने वाला दूध उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन के द्वारा प्रदान किया जाएगा।
योजना हेतु पात्रता
- इच्छुक लाभार्थी उत्तराखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के तहत बच्चे की उम्र 3 से 6 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
- बच्चा किसी आगनबाडी केंद्र या प्राइमरी स्कूल में पढ़ता हो।
आवेदन हेतु जरूरी दस्तावेज
- निवास प्रमाण
- पत्र फोन नंबर
- पासपोर्ट साइज़ फोटो
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का लाभ
- उत्तराखंड के मुख्यमंत्री द्वारा जारी की गई इस योजना के तहत बच्चों को पौष्टिक आहार के साथ-साथ दूध भी प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों को मिड डे मील के दौरान अच्छा पौष्टिक भोजन भी प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना के माध्यम से बच्चों को स्कूल में मीठा मिल्क पाउडर दिया जाएगा।
- इस योजना के शुरू होने से दुग्ध उत्पादन की मांग काफी ज्यादा बढ़ेगी जिसके परिणाम स्वरूप पशुपालन व्यवसायियों का भी लाभ होगा।
- इस योजना को संचालित करने के लिए उत्तराखंड सरकार द्वारा मैदानी क्षेत्रों में 8000 गाय पहाड़ के पशुपालकों तक पहुंचा दी गई हैं।
- उत्तराखंड के आंगनवाड़ी केंद्र की संख्या कितनी है?
लगभग 20000 से ज्यादा
- इस योजना का लाभ किसे मिलेगा?
आंगनवाड़ी केंद्रों में पंजीकृत बच्चों तथा कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों को इस योजना का लाभ मिलेगा।
- इस योजना की शुरुआत कब हुई?
13 मार्च 2020
निष्कर्ष
इस योजना के तहत उत्तराखंड सरकार लगभग 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले बच्चों को दूध निःशुल्क वितरित करेगी। इससे होगा यह कि बच्चे कुपोषित होने से बचेंगे और उन्हें पौष्टिक आहार मिलेगा। अगर आप भी उत्तराखंड के निवासी हैं तो आप भी मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना उत्तराखंड का लाभ उठा सकते हैं।