Government of India allowed sandalwood and bamboo cultivation, know how to get validity
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भारत सरकार ने चन्दन और बांस की खेती की अनुमति दी, जानिये कैसे मिलेगी वैधता

केन्द्र सरकार के अनुसार अगले एक दो वर्षों में किसानों की आमदनी बढाकर दो से तीन गुनी तक करने का लक्ष्य है |इस दिशा में लगातार काये किये जा रहे हैं और निति आयोग कृषि क्षेत्र में लगातार बेहतर करने के लक्ष्य के साथ सभी राज्यों के साथ मिलकर किसानों के हित को देखते हुए कार्य कर रही है |

ऐसे ही नीति आयोग ने सभी राज्यों से कहा है कि वे निति आयोग के मॉडल के आधार पर अपनी वन भूमि और कृषि भूमि पर चंदन (Chandan) और बांस (Bamboo) की पौध लगाएं, साथ ही राज्य सरकारें भी किसानों को भी ऐसे व्यावसायिक वृक्षारोपण के लिए प्रोत्साहित करें | अगर आपके पास जमीन है और आप खेती में हाथ आजमाना चाहते हैं तो आप चंदन की खेती कर सकते हैं. इसमे आप एक लाख रुपए लगाकर 60 लाख रुपए तक मुनाफा कमा सकते हैं. बता दें कि सफेद चंदन सदाबहार पेड़ है | इस पेड़ से निकलने वाला तेल और लकड़ी दोनों ही औषधियां बनाने के काम आती हैं. इसके अर्क को खान-पान में फ्लेवर के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है. साबुन, कॉस्मेटिक्स और पर्फ्यूम में सफेद चंदन के तेल को खुशबू के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है.

खादी और ग्रामोद्योग आयोग (KVIC) ने 262 एकड़ भूमि में फैले नासिक
स्थित अपने प्रशिक्षण केंद्र में चंदन और बांस के पेड़ लगाए थे. केवीआईसी ने चंदन
और अगरबत्ती बनाने में काम आने वाली बांस की विशेष किस्म बंबूसी टुल्डा के 500-500 पेड़ लगाए. केवीआईसी को 10-15 वर्षों में तैयार होने वाले चंदन के पेड़ों से 50 करोड़ रुपए मिलने की उम्मीद है, जबकि बांस के पेड़ों से तीन साल बाद हर साल चार से 5 लाख रुपए मिलने का अनुमान है.

चंदन की खेती करना है अब पूर्ण रूप से वैध

गोरखपुर के एक किसान ने बताया कि चंदन की मांग आने वर्षों काफी अधिक ज्यादा होने वाली है यदि सरकार के माध्यम और सहयोग से चंदन की खेती कर अच्छी कमाई की जा सकती है. उन्होंने कहा, सरकार ने चंदन की खेती करने को वैधता दी है. लेकिन
लोग इस बारे में नहीं जानते हैं इसलिए वे इसकी खेती नहीं करते हैं. ऐसे में जितना जल्दी आप इसकी खेती शुरू करेंगे उतना जल्दी आपको मुनाफा होगा.

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