Billy Cash App , Krazy Rupee App जैसे ऑनलाइन लोन एप्प्स से सावधान | आपका मोबाइल डाटा चोरी कर के आप से वसूली कर सकते है पैसे|
हमारे समाज में जितनी तेज़ी से आधुनिकरण हो रहा है हमारी प्राइवेसी उतनी ही खतरे में पड़ती जा रही है । हाल ही में हमने देखा कि किस तरह से भारत सरकार ने अवैध रूप से मोबाइल का डाटा चुराने वाली ऐप्स को प्रतिबंधित किया है । सोचने वाली बात यह है की क्या केवल चीन की एप्स ही डाटा चुराकर उसका गलत इस्तेमाल करती थी ?
भारत में मोबाइल का डाटा चुरा कर उसका सबसे ज्यादा गलत इस्तेमाल ऑनलाइन लोन ऍप्स कम्पनिया कर रही है।
यह कम्पनिया उलटे सीधे ब्याज दर पर पहले लोन देती है वो भी केवल 4 से 7 दिन के लिए जबकि गूगल ने यह साफ गाइडलाइन्स दे रखी है की कोई भी कंपनी 90 दिन से कम का लोन नही दे सकती और ज्यादा ब्याज नहीं ले सकती । जबकि यह कम्पनिया गूगल को दिखने के लिए अपनी पॉलिसी में 90 दिन का लोन दिखाती है लेकिन यह कम्पनिया लोन सिर्फ 4 से 7 दिन के लिए ही देती है ऊपर से ब्याज दर भी 42% तक का लगाती है ।
इन ऑनलाइन लोन देने वाली कंपनियों का सबसे बड़ा फ्रॉड यह है की आपसे डाटा लेने की अनुमति मांगते समय यह आपको बताएंगे की आपके डाटा का उपयोग केवल ऑटो फील के लिए या रिस्क एनालिसिस के लिए करेगी जबकि ऐसा कुछ नहीं होती है एक दिन यदि आप पेमेंट लेट करते है चाहे किसी भी वजह से यह कम्पनिया एक तो उलटे सीधे चार्जेज लगा कर 3000 का लोन भी लगभग 4000 का एक ही दिन में बना देती है बल्कि आपके फ़ोन में जितने कॉन्टेक्ट्स सेव है सबको फ़ोन करके गालिया सुनाती है । आप पर सामजिक प्रेशर बनाती है ताकि आप पेमेंट कर दे । ऐसे मामलो की वजह से कई बार हमने लोगो को सुसाइड तक करते देखा है । झूठ बोलकर चुराये कॉन्टेक्ट्स के इस्तमाल की अनुमति न गूगल देती है और न ही आर बी आई । हरैनी की बात तो यह है की इन ऑनलाइन लोन कंपनी ने अब व्हाट्स एप का इस्तेमाल कर लोगो के परिजनों से बतमीज़े और आपके डाक्यूमेंट्स को शेयर कर आपको फ्रॉड बताना तक शुरू कर दिया है पर न तो गूगल की आंख खुली है और न ही आर बी आई की
यह एप्स दिन रात अपने कस्टमर्स की प्राइवेसी खत्म कर रही है इनकी वजह से लोगो की नौकरिया जा रही है लोग स्ट्रेस मे बीमार पड रहे है सुसाइड कर रहे है | इन एप्स को कानून का कोई डर नहीं है । मानवीयता और इन ऑनलाइन लोन देने वाली एप्स में कोई रिश्ता दूर दूर तक नज़र नहीं आता है|
दिल्ली का एक उदाहरण देखे तो रोहित (बदला हुआ नाम) ने क्रेज़ी रूपी से मात्र 5000 का लोन लिया था। जो अचानक बीमार पड़ने की वजह से समय पर वापस नही दे पाए । रोहित ने कंपनी से कहा की वह बहुत बीमार है जिसके कारण 4 दिन से ऑफिस भी नहीं जा पा रहे है अभी 4 दिन से आइसोलेशन में है 2 दिन में पेमेंट कर देगा ऐसे में रिकवरी एजेंट भड़क गया और गन्दी गन्दी गालिया रिकॉर्ड करके रोहित को भेजने लगा और रोहित की पूरी कांटेक्ट लिस्ट रोहित से शेयर करके उसे धमकाने लगा की अगर आज पेमेंट नहीं हुए तो तेरे परिजनों को माँ और बहनो की गालिया दूंगा । रोहित बार बार एजेंट को यही समझा रहा था की वो बीमार है और अपनी फोटो भी भी उससे दिखाए यहाँ तक की एजेंट को वीडियो कॉल करके भी दिखाई परन्तु क्रेज़ी रूपी के अमानवायी और असभ्य एजेंट ने गालिया देना नहीं छोड़ा और रोहित के पापा को फ़ोन करके भी हांकना शुरू कर दिया जिसके बाद रोहित के पापा भी बीमार हो गए । एजेंट की बतमीज़ी यह तक भी नहीं रुकी एजेंट अब रोहित का मजाक उड़ाने लगा और रोहित की माँ और बहन के बारे में अभद्र भाषा का प्रयोग कर उसे रिकॉर्ड कर रोहित को भेजने लगा ।
आज के समय में ऐसी गुंडा गर्दी और असभ्य भाषा वो भी उन्ही के खिलाफ जिनके दिए इंटरेस्ट से कम्पनिया अपने घर चला रही है क्या यह स्वीकार्य है ? क्या आर बी आई को इस जंगल राज का अंत नहीं करना चाहिए ? क्रेज़ी रूपी केवल एक मात्रा ऐसी कंपनी नहीं है जो अपने ही कस्टमर्स का गाला घोटती है