विश्व पृथ्वी दिवस 2024
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World Earth Day 2024: इस वर्ष खास थीम के साथ मनाया जा रहा है विश्व पृथ्वी दिवस 2024

World Earth Day 2024: आज 22 अप्रैल अर्थात् विश्व पृथ्वी दिवस के रूप में मनाया जाता है. यह दिवस हर साल 22 अप्रैल को मनाया जाता है. सम्पूर्ण मानव समाज का यह मानना है कि पृथ्वी सिर्फ मनुष्यों के लिए ही नहीं बल्कि असंख्य जीव जंतुओं और वनस्पतियों का भी घर है, जिस प्रकार एक सिक्के के दो पहलू होते हैं और एक दूसरे के बिना अधूरे ठीक वैसे ही पृथ्वी भी एक सिक्के की तरह है, जिसमे एक तरफ मनुष्य तो दूसरी ओर जीव-जन्तु सहित अनगिनत वनस्पतियाँ.  लेकिन इन सबके बावजूद मनुष्य अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए पृथ्वी को अनगिनत तरीके से नुकसान पहुंचा रहा है. जिसके चलते बाढ़, प्रदूषण, क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वॉर्मिंग जैसी विभिन्न समस्याएं देखने को मिल रही हैं.  इसके ताज़ा उदाहरण दुबई में अचानक हुई भयंकर बारिश जिसने बाढ़ का रूप लिया और लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी तो वहीँ दूसरी ओर जापान और ताइवान में भयानक भूकम्प से अरबों-खरबों का नुकसान ही नहीं बल्कि सैकड़ों लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी. अभी भी अगर इन समस्याओं पर ध्यान न दिया गया, तो आने वाले समय में कई और भयानक खतरों की वजह बन सकता है. लोगों को पृथ्वी और प्रकृति के महत्व के प्रति जागरूक करने के मकसद से हर साल 22 अप्रैल को वर्ल्ड अर्थ डे (World Earth Day) मनाया जाता है.

World Earth Day 2024: पृथ्वी दिवस की शुरुआत कब और कैसे हुई?

पृथ्वी दिवस को मनाने की शुरुआत विश्व में सबसे पहले पहली बार 1969-70 में यूनेस्को सम्मेलन में शांति कार्यकर्ता जॉन मैककोनेल (John McConnell) के माध्यम से हुई थी. प्रारंभ में इस दिन को मनाने का उद्देश्य पृथ्वी का सम्मान करना था. लेकिन 22 अप्रैल, 1970 को सबसे पहली बार संयुक्त राज्य अमेरिका में पृथ्वी दिवस मनाया गया था. इसके कुछ वर्षों बाद 1990 में डेनिस हेस (Denis Hayes ) ने विश्व स्तर पर इस दिन को मनाने का प्रस्ताव रखा जिसमें 141 देशों ने भाग लिया. साल 2016 में, पृथ्वी दिवस को जलवायु संरक्षण के लिए समर्पित कर दिया गया. वर्तमान में, पृथ्वी दिवस नेटवर्क 190 देशों में 20,000 साझेदारों और संगठनों में फैला हुआ है. दरअसल आज के समय में पृथ्वी दिवस जैसे दिनों की आवश्यकता हर महीने हो गयी है. लोग जागरूक होते हुए भी वही सब कर रहे हैं जिसके न करने की पैरवी वो खुद करना पसंद करते हैं. आपके द्वारा फेंका गया खुले में घर का कचरा भी पृथ्वी को नुकसान बल्कि नुकसान नही भारी नुकसान की श्रेणी में आता है. दरअसल ये छोटी-छोटी लापरवाहियाँ भी जीव-जन्तुओं के मौत का कारण बन रही है, पोलीथिन के रूप में पृथ्वी के लिए सबसे खतरनाक वस्तु का इस्तेमाल धड़ल्ले से किया जा रहा है. ऐसा कुछ जल संचय को लेकर भी देखने को मिल रहा है. एक गिलास को धुलने में भी 2 लीटर तक साफ़ पानी बहा देते हैं, आज हालात ये हैं कि भू-जल स्तर पृथ्वी के कई हिस्सों में पूर्णतयः समाप्त हो गया है याफिर इंसान की पहुँच से काफी दूर हो चूका है. मनुष्य शायद इस बात को भूल रहा है कि इस पृथ्वी पर हर एक चीज़ किसी न किसी रूप में एक दूसरे से जुडी हुई है.

किस थीम के साथ मनाया जा रहा इस वर्ष वर्ल्ड अर्थ डे 2024 

पिछले कुछ वर्षों से विश्व पृथ्वी दिवस को हर साल एक विशेष थीम के साथ मनाया जाता है. साल 2024 में इसकी थीम है- ‘प्लेनेट वर्सेज प्लास्टिक’ इस थीम का उद्देश्य सिंगल यूज प्लास्टिक के उपयोग को समाप्त करना और उसके ऑप्शन्स की तलाश पर जोर देना है. प्लास्टिक इस पृथ्वी के लिए किसी महामारी से कम नही है. प्लास्टिक के धड़ल्ले से इस्तेमाल के कारण ही न जाने कितने पशु प्रति वर्ष मौत के मुंह में जाते हैं. इस पृथ्वी के लिए प्लास्टिक एक ऐसा अभिशाप है, जिस जगह पर होती हैं उसी को नाश कर देती है. जमीन पर है तो उसे बंजर करती है, जानवर खा लेता है तो उसकी मौत होती है. कूड़े में खुले में पड़े रहने के चलते उसमे आग लगने पर जहरीला धुआं निकलने से भयंकर प्रदूषण उत्पन्न होता है. प्लास्टिक जैसे अभिशाप को रोकने के लिए हम सबको आगे आना होगा और इस मुहीम को विजय तक ले जाना ही होगा. आम जनमानस को प्लास्टिक की मुहीम के लिए कोई विशेष प्रदर्शन करने की बजाय उन्हें खुद ही इसके इस्तेमाल का बहिष्कार करना होगा.

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