नई दिल्ली, 27 जनवरी 2024. कांग्रेस पार्टी के लिए मुसीबतों का दौर कम होने का नाम ही नहीं ले रहा है. न्याय यात्रा और इन्डिया गठबंधन के चलते चारो ओर से घिरी कांग्रेस के लिए एक और नयी मुसीबत उनके ही पार्टी के वरिष्ठ नेता ने बढाई हैं. दरअसल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सैम पित्रोदा ने एक विवादित ट्वीट पर अपना समर्थन कर अपनी ही पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है. सैम पित्रोदा ने संविधान में बाबा साहब डॉ. अम्बेडकर के योगदान की तुलना पूर्व प्रधानमंत्री जवाहर लला नेहरु से कर दी, यही नहीं बल्कि यह भी कहा कि नेहरु का योगदान संविधान निर्माण में बाबा साहब से कहीं ज्यादा था.
सैम पित्रोदा ने अपने ट्वीट(एक्स) में कहा कि “संविधान के निर्माण और इसकी प्रस्तावना में सबसे ज्यादा योगदान किसका था”? इसका जवाब भी इसी ट्वीट में देते हुए सैम पित्रोदा ने लिखा कि “ये नेहरु थे न कि बाबा साहब अम्बेडकर”.
सैम पित्रोदा ने ये ट्वीट सुधीन कुलकर्णी के हवाले से कहा था कि “बाबा साहब का दिया हुआ संविधान, डॉ. अम्बेडकर भारतीय संविधान के जनक थे. ये आधुनिक इतिहास का सबसे बड़ा झूठ है.
सैम पित्रोदा ने ट्वीट पर लगातार बढ़ते हुए विवाद को देखते हुए उसे डिलीट तो जरुर कर दिया लेकिन तब तक लोगों ने उसके स्क्रीन शॉट्स निकाल कर विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर साझा कर दिया.