लगातार बारिश के चलते पूरा उत्तर-भारत इस समय प्राकृतिक आपदा से जूझ रहा है, जिसमे न केवल पहाड़ी क्षेत्र बल्कि मैदानी इलाकों की भी स्थिति बेहद भयावह बनी हुई है. पिछले कुछ दिनों से लगातार बारिश ने उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान, चंडीगढ़ जैसे कुछ राज्य एवं केंद्र शासित प्रदेश त्रस्त हो चुके हैं, दिल्ली में तो पिछले 24 घंटो में भी लगभग 40 साल का पुराना इतिहास ही बारिश ने धो डाला वहीँ हिमाचल में स्थिति बेहद वीभत्स है, देखने वालों की रूह काँप जाये ऐसे-ऐसे नज़ारे सोशल मीडिया पर लगातार प्रसारित किये जा रहे हैं. दिल्ली से लेकर हिमाचल और उत्तराखण्ड आम जनता को भीषण नुकसान का सामना करना पड़ रहा है. इन नुकसानों में सबसे बड़ा नुकसान गाड़ियों का भी हो रहा है, तेज बहाव के चलते सैकड़ों गाड़ियाँ बह रही हैं और आम जनता के जीवन पर सबसे गंभीर प्रहार हो रहा है. लाखों-करोड़ों की कीमत वाली गाड़ियों का आलम ऐसा है कि बीच रास्ते में बंद हो जा रही है तो कुछ तेज बहाव में बह रही है या भूस्लखन के कारण उनकी चपेट में आकर पूर्ण रूप से नष्ट हो रही हैं. ऐसे में सभी के मन में एक ही सवाल उत्पन्न हो रहा है कि क्या इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं के कारण होने गाड़ियों को होने वाले नुकसान का बीमा होता है यदि होता है तो उसके क्या नियम और मानक है ? आइये हम आपको बताते हैं यदि आपकी गाडी किसी प्राकृतिक आपदा के चलते नष्ट हुई या बह गयी तो उस परिस्थिति में आपके पास क्या क्या बीमा के उपाय है?
वैसे तो प्राकृतिक आपदाओं पर किसी का जोर तो नही होता है लेकिन यदि आपसे पहले से ही अपनी गाडी का सम्पूर्ण मोटर बीमा पालिसी हो. आप जब भी कोई मोटर बीमा पालिसी को लें तो यह जरुर सत्यापित कर लें कि क्या आपको कंपनी के द्वारा प्राकृतिक आपदा में बीमा स्वीकार कर उनका मुआवजा दिया जायेगा या नही? यदि ऐसा नही है तो उस बीमा को लेने से परहेज करें और यदि हाँ है तो उसकी पूरी प्रक्रिया को जानना बेहद जरुरी है आपके लिए.
बीमा दो तरह के होते हैं एक तो थर्ड पार्टी और दूसरा कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस. थर्ड पार्टी की तुलना में कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस के फायदे ज्यादा बेहतर होते हैं. कार इंश्योरेंस लेते वक्त आपको कुछ बिन्दुओं को ध्यान में रखना चाहिए कि आप कम्प्रेहेंसिव इंश्योरेंस लें. इसके तहत आपकी कार को होने वाला लगभग हर नुकसान कवर होता है. कंप्रेहेंसिव मोटर इंश्योरेंस पॉलिसी में आग लगने, गाड़ी चोरी होने, दुर्घटना होने और प्राकृतिक आपदा(गाडी का तेज बहाव में बह जाना, भूस्लखन में ध्वस्त होना इत्यादि) जैसी स्थिति में हुए नुकसान की भरपाई होती है. तो अगर आपने कंप्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस लिया है तो बाढ़ के पानी की वजह से हुए नुकसान का क्लेम आपको मिल जाएगा. इसमें कई तरह के एड-ऑन भी दिए जाते हैं, जैसे- इंजन प्रोटेक्शन कवर, नो क्लेम बोनस प्रोटेक्शन कवर, रिटर्न टू इनवॉइस कवर, जीरो डेप्रिसिएशन कवर, की-रिप्लेसमेंट कवर, कन्ज्युमेबल कवर और रोडसाइड असिस्टेंस कवर. यानी कम्प्रेहेंसिव कार इंश्योरेंस में आपको कई तरह के फायदे मिलेंगे.
तूफान, चक्रवात, भूस्लखन और भूकंप से होने वाले नुकसान पर क्लेम मिलता
थर्ड पार्टी या सामान्य इंश्योरेंस पॉलिसी में पानी के कारण इंजन में आई खराबी सहित प्राकृतिक आपदाओं की बहुत सी परिस्थितियों में क्लेम नहीं मिलता है। इसलिए प्राकृतिक घटनाओं से हुए नुकसान से बचने के लिए हमेशा कॉम्प्रिहेंसिव मोटर इंश्योरेंस का ही चुनाव करना चाहिए। इसमें बारिश और बाढ़ के अलावा तूफान, चक्रवात, भूस्लखन और भूकंप से होने वाले नुकसान पर बिना ज्यादा ताम-झाम के क्लेम आसानी से मिलता है।
पानी में बहते हुए या डूबी कार का वीडियो बनाने से न चूंके
अगर कभी बारिश या बाढ़ के पानी में कार डूब जाए या वो तेज बहाव में बह रही हो तो सबसे पहले प्रयास यही करना चाहिए कि उसका एक विडियो जरुर रिकॉर्ड कर लिया जाये. जिससे की इंश्योरेंस क्लेम का दावा करते हुए आवश्यकता पड़ने पर अन्य आवश्यक दस्तावेजों के साथ इसे सबूत के तौर पर पेश किया जा सके और यह एक एशिया पुख्ता सबूत माना जायेगा ओई भुई बीमा कंपनी इसे मना या अस्वीकार नही कर सकती.