नई दिल्ली, 28 मार्च 2024. एनआईए ने रामेश्वरम कैफे ब्लास्ट मामले में आज बड़ी सफलता हासिल की. केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए ने इस मामले में मुजम्मिल शरीफ को गिरफ्तार किया है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कर्नाटक, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश सहित कुल 18 ठिकानों पर छापेमारी के बाद यह सफलता हासिल की है. एनआईए ने कहा कि धमाके में संलिप्त फरार आरोपियों को पकड़ने के लगातार छापेमारी की जारी हैं. इस घटना से जुडी बड़ी साजिश का पर्दाफाश करने की कोशिशें जारी हैं.
तीन राज्यों के 18 ठिकानों पर छापेमारी की
रामेश्वरम कैफे विस्फोट मामले में जांच कर रही एनआईए ने गुरुवार को प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए सूचित किया कि बुधवार को तीन राज्यों के कई ठिकानों पर बड़े पैमाने पर छापेमारी की गई. जांच टीम ने एक प्रमुख साजिशकर्ता को गिरफ्तार किया है. एनआईए ने बताया कि जांच कर रही टीमों ने कर्नाटक में 12, तमिलनाडु में 5 और उत्तर प्रदेश में एक ठिकाने पर छापेमारी की. कुल 18 स्थानों पर कार्रवाई के बाद मुजम्मिल शरीफ को सह-साजिशकर्ता होने के आरोप में हिरासत में लिया गया.
मुख्य आरोपी मुसावीर शाजीब हुसैन की तलाश तेज
इससे पहले इस मामले में मुख्य आरोपी के तौर मुसावीर शाजीब हुसैन की पहचान की थी. यह वही आरोपी है जिसने कैफे में बम धमाके को अंजाम दिया था. एजेंसी ने एक अन्य षड्यंत्रकारी अब्दुल मतीन ताहा की भी पहचान की है. यह इससे पहले अन्य मामलों में भी एजेंसी को इस अपराधी की तलाश है. फिलहाल यह दोनों आरोपी अभी गिरफ्त से दूर हैं. एनआईए की जांच में सामने आया है कि गिरफ्तार आरोपी मुजम्मिल शरीफ ने एक मार्च को बेंगलुरु के आईटीपीएल रोड ब्रुकफील्ड स्थित रामेश्वरम कैफे में हुए आईईडी विस्फोट में पहचाने गए अन्य दो आरोपियों को साजो-सामान के रूप में मदद की थी. इस भयानक विस्फोट में कई कस्टमर और होटल स्टाफ घायल हुआ था. इसमें कुछ गंभीर रूप से भी घायल हुए थे. इस बम धमाके में संपत्ति का भी नुकसान हुआ था.