नई दिल्ली, 21 जनवरी 2024,भारत के स्वर्णिम भविष्य की एक नयी गाथा 22 जनवरी 2024 को लिखी जाएगी. इस दिन के इंतज़ार में न जाने कितने हजार राम भक्तों ने अपनी जान भी गँवाई है सिर्फ इस इंतज़ार में कि एक दिन भव्य राम मंदिर का निर्माण किया जायेगा. यह निर्माण कार्य बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है. हम आपको आज उन 14 महान हस्तियों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनके योगदान और संघर्ष से ही आज करोंड़ों हिन्दुओं के राम मंदिर निर्माण का सपना पूर्ण होने जा रहा है.
1. जब-जब राम मंदिर निर्माण के संघर्ष की बात की जाएगी तो उसमे सबसे प्रमुख नाम स्वर्गीय बाला साहब ठाकरे का जरुर लिया जाएगा. प्रखर हिंदूवादी नेता जिसने डंके की चोट पर राम मंदिर निर्माण के लिए खुलकर समर्थन किया और संघर्ष में भी साथ रहे.
2. हम गोली नहीं चलाएंगे… दिल्ली में राष्ट्रीय एकता परिषद की बैठक में जब स्वर्गीय कल्याण सिंह को कारसेवकों के विरुद्ध कड़े कदम उठाने की सलाह दी गई तो उन्होंने बेहिचक यही बात कही। 30 अक्टूबर, 1990 को मुलायम सिंह यादव की सरकार ने आयोध्या में बेहद क्रूरतापूर्वक कारसेवकों पर हजारों गोलियां चलवाई थीं। उसी का श्राप था कि उसके ठीक एक साल बाद वर्ष 1991 में हुए उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों में मुलायम को मुख्यमंत्री की कुर्सी खोनी पड़ी और पहली बार बीजेपी को प्रदेश में अपना मुख्यमंत्री बनाने का मौका मिला। भारतीय जनता पार्टी ने बिना किसी संशय के इस पद के लिए कल्याण सिंह को चुना तो वो सीधे अयोध्या गए, राम लला का दर्शन करने। वहां उन्होंने अपना प्रण दुहराया- राम लला आपका मंदिर बनकर रहेगा, चाहे कुछ भी हो। कल्याण ने अपना संकल्प पूरा किया, भले ही उन्हें एक वर्ष में ही अपनी सरकार की आहुति देनी पड़ी।
3. भारत के पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई भी उन महान हस्तियों में शुमार थे जिन्हें अपने राम लला को टेंट से निकालकर एक भव्य मंदिर में पहुँचाने का सपना था.
4. पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भी सबको याद होंगी, कि किस प्रकार राममंदिर के लिए संघर्ष किया था.
5. पूर्व उपप्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी का योगदान तो जग जाहिर रहा है, आज वो अपने जीवन के अंतिम पड़ाव पर इस सपने को पूरा होता हुए देख रहे हैं. शायद ये उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण और भावुक पल होगा.
6. आर एस एस और भारतीय जनता पार्टी की प्रमुख जड़ों के रूप में जाने जाते रहे हैं अशोक सिंघल, इनका योगदान भी सराहनीय रहा है.
7. मुरली मनोहर जोशी भी उन भाग्यशाली व्यक्तियों में शुमार हैं, जिन्होंने अपने प्रारंभिक जीवन के संघर्ष को आज अंतिम पड़ाव पर पूरा होते देख पा रहे हैं.
8. राम मंदिर आन्दोलन के प्रमुख चेहरों में एक विनय कटियार भी आज स्वयं को भाग्यशाली मानते हैं कि वो इस सपने को अपने जीते जी देख पा रहे हैं.
9. राम मंदिर आन्दोलन में अपने तेज तर्रार भाषणों से कार सेवकों में जो उर्जा उत्पन्न होती थी ये वही साध्वी ऋतंभरा हैं जिन्होंने युवावस्था में अपने ओजस्वी भाषणों और कविताओं से रामभक्तों में जोश का संचार कर दिया करती थीं।
10. आर एस एस के प्रमुख सदस्यों में शामिल रहे प्रवीन तोगड़िया भी उन महान हस्तियों में शामिल हैं, जिन्होंने राम मंदिर आन्दोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया था.
11. लाल कृष्ण अडवाणी का वो रथ जिसको लेकर अयोध्या निकल थे, वो रथ स्वर्गीय प्रमोद महाजन ने ही बनवाया था, दुर्भाग्वश वो कल राम मंदिर उद्घाटन को देखने के लिए हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन वो जहाँ भी होंगे वो बेहद खुश होंगे.
12. पूर्व विदेशमंत्री स्वर्गीय सुष्मा स्वराज भी उन प्रमुख महिला नेत्रियों में सम्मिलित थी, जिन्होंने राम मंदिर आन्दोलन में न केवल हिस्सा लिया था बल्कि राम मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने बहुत संघर्ष किया.
13. उत्तर-प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी उन हस्तियों में शामिल हैं, जिन्होंने अपना युवावस्था राम मंदिर आन्दोलन के संघर्ष में व्यतीत किया है.
14. भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जो राम मंदिर निर्माण के लिए प्रतिबद्ध थे और उन्होंने आखिरकार अपने कार्यकाल में इस सपने को पूरा कर सभी देशवासियों को गौवान्वित महसूस कराया.