What is the process of cyber crime complaint?
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सावधान…हैलो! मैं पुलिस से बात कर रहा हूँ, आपका लड़का रेप केस में अरेस्ट किया है….सेटलमेंट कर लो वरना जेल जायेगा

जी हाँ साइबर अपराधी आये दिन ठगने का कोई न कोई नया फंडा लेकर आते रहते हैं. इस बार ठगने का जो तरीका सामने आया वो ऐसा है कि आम जनता तो छोडिये पुलिस खुद भी हैरान है. दरअसल इस बार साइबर ठग पुलिस का नाम और फोटो का इस्तेमाल कर अपराध को अंजाम दे रहे हैं. अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि यह सब कौन से राज्य के गिरोह कर रहे हैं. लेकिन अभी तक के घटनाक्रम को देखते हुए यह अंदाज़ा लगाया जा रहा है कि यह गिरोह किसी नजदीक राज्य का नहीं बल्कि पडोसी देश का है.दरअसल अभी तक दर्ज मामलों में अधिकतर नंबर पाकिस्तान एसटीडी से सम्बन्ध रकहते हैं ऐसे में यह मानना गलत नहीं होगा कि यह सब कार्य पाकिस्तान या उसके आसपास से हो रहे हैं.

कैसे बनाते हैं शिकार

दरअसल साइबर ठग अब सामान्य कॉल न करके वो व्हाट्सएप कॉल का सहारा ले रहे हैं, जिसका मुख्य कारण उसमे लगायी गयी पुलिस की फोटो से होता है. वो पुलिसकर्मी बनकर फ़ोन करते हैं और फिर ठगने की प्रक्रिया शुरू करते हिं. वो फ़ोन कर कहते हैं कि आपका बेटा बलात्कार जैसे घिनौने अपराध में पकड़ा गया है और अगर इसको अभी बचाना चाहते हो तो तुरन्त पैसे भेजो, जिससे हम उसके ऊपर कोई केस नहीं करेंगे. कई बार आनन-फानन में अभिभावक घबराहट में आकर पैसे भी भेज देते हैं. यदि आपके पास ऐसी कोई कॉल आ रही है तो तुरंत सतर्क हो जाइये और अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक करें, खासकर उन लोगों को जो थोड़े उम्रदराज़ है, उन्हें इस तरह के कृत्यों में झांसे में लेना अन्य की तुलना में काफी आसान रहता है.    

डराने से पहले इस तरह के हथकंडे भी अपनाये हैं

दरअसल ये व्हाट्सएप कॉल आना या नार्मल कॉल पर डराने धमकाने का कार्य करने वाले साइबर ठगों से निपटना आसान इसलिए भी नहीं हो पा रहा है क्योंकि कई बार इन कामों में सिस्टम के लोग भी शामिल होते हैं. जैसे हाल ही भी कई बैंक अधिकारियों और कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया था, दरअसल ये लोग पीड़ितों के बैंक अकाउंट की पूरी जानकारी चंद पैसों के लालच में आकर इन साइबर ठगों को मुहैया करा देते थे. दरअसल बैंक अधिकारियों और साइबर ठगों के मिलीभगत के कई मामले पिछले दिनों में सामने आये हैं, जिसके कारण अब ग्राहकों को भी गंभीर चिंता सताने लगी थी. पिछले ही दिनों एक निजी बैंक के खाताधारक के बंद पड़े बैंक अकाउंट में भारी-भरकम रकम आयी और उनका खाता फ्रीज कर दिया गया है. उन्हें भनक भी नै उसके बावजूद भी वो न चाहते हुए वो क़ानूनी पचड़े में पड़ रहे हैं.

इस तरह की गंभीर क़ानूनी समस्याओं से बचने के लिए अपने बंद पड़े बैंक खातों को या तो बंद करा दें अथवा उन खातों के हर हफ्ते बैंक स्टेटमेंट जरुर निकाल लें. पिछले 15 दिनों में पांच बड़े निजी बैंक अधिकारियों ई साइबर ठगों से मिलीभगत सामने आ चुकी है. ये अधिकारी ग्राहकों की जानकारी व बायोमैट्रिक से ऑनलाइन खाता खोलकर साइबर ठगों को बेच देते थे. कई बार देखने में आता है कि एक ही व्यक्ति के कई बैंकों में खाते होते हैं परन्तु कुछ वक़्त के बाद उनमे से एकाध खाते निष्क्रिय हो जाते हैं. जब ज्यादा समय तक खाते निष्क्रिय रहते हैं तो इन्ही बैंक खातों का साइबर ठग बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर ग्राहकों के बिना जानकरी के ये गन्दा काम करते थे. 

कैसे करें साइबर ठगों की शिकायत ?(How to file cyber crime online complaint)

ये वाकई में एक बड़ा सवाल है, दरअसल युवा तो इन्टरनेट का उपयोग कर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा देते हैं या इन्टरनेट मीडिया से नंबर निकाल कर उस पर शिकायत दर्ज कराते हैं. परन्तु जो व्यक्ति इन्टरनेट मीडिया का उपयोग न के बराबर करते हैं उनके लिए शिकायत का क्या प्रावधान है ?

1913 पर कॉल करके आप साइबर ठगी की शिकायत दर्ज करा सकते हैं, इसके लिए आप जिस शहर से सम्बन्ध रखते हैं वहाँ का एसटीडी कोड का पहले इस्तेमाल कर उसके बाद यह नंबर डायल कर शिकायत दर्ज कर सकते हैं.

यदि आप ऑनलाइन शिकायत दर्ज (What is the process of cyber crime complaint?) कराना चाहते हैं तो उसके लिए इन स्टेप्स को फॉलो कीजिये :-

चरण 1: पोर्टल तक पहुंचें

अपना वेब ब्राउज़र खोलें और पोर्टल के आधिकारिक वेबपेज पर जाएं: [राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल] (https://cybercrime.gov.in).

चरण 2: शिकायत दर्ज करें

होमपेज पर, ‘शिकायत दर्ज करें’ विकल्प पर क्लिक करें.

चरण 3: नियम और शर्तें स्वीकार करें

अगले पृष्ठ पर प्रस्तुत नियम और शर्तें पढ़ें और स्वीकार करें, हालाँकि ये नियम और शर्ते आपके लिए हानिकारक नहीं है. चूँकि पोर्टल भारत सरकार के अंतर्गत है तो ऐसे में यदि आप बिना पढ़े भी स्वीकार करेंगे तो भी कोई खतरा नहीं है.  

चरण 4: अन्य साइबर अपराध रिपोर्ट करें

‘अन्य साइबर अपराध रिपोर्ट करें’ बटन पर क्लिक करें.

चरण 5: नागरिक लॉगिन

‘नागरिक लॉगिन’ विकल्प चुनें और अपना नाम, ईमेल और फोन नंबर सहित अपना विवरण प्रदान करें.

चरण 6: सत्यापन

अपने पंजीकृत फोन नंबर पर भेजे गए ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) दर्ज करें, कैप्चा पूरा करें और फिर ‘जमा करें’ पर क्लिक करें.

चरण 7: साइबर अपराध विवरण रिपोर्ट करें

अगले पृष्ठ पर, आपको उस साइबर अपराध के बारे में विस्तृत विवरण प्रदान करने के लिए कहा जाएगा जिसकी आप रिपोर्ट करना चाहते हैं. यह जानकारी आमतौर पर चार खंडों में विभाजित होती है: सामान्य जानकारी, पीड़ित जानकारी, साइबर अपराध जानकारी और पूर्वावलोकन। सुनिश्चित करें कि आप प्रत्येक अनुभाग में सभी प्रासंगिक विवरण भरते हैं.

चरण 8: शिकायत जमा करें

जानकारी की समीक्षा करने के बाद, ‘जमा करें बटन पर क्लिक करें.

चरण 9: घटना विवरण

आपको घटना विवरण पृष्ठ पर पुनः निर्देशित किया जाएगा. यहां, आप अपराध से संबंधित अतिरिक्त विवरण और सहायक सबूत प्रदान कर सकते हैं, जैसे स्क्रीनशॉट या फाइलें. एक बार आवश्यक जानकारी दर्ज करने के बाद, ‘सहेजें और अगला’ पर क्लिक करें.

चरण 10: संदिग्ध जानकारी

अगला पृष्ठ आपको किसी भी प्रासंगिक विवरण के साथ कथित संदिग्ध के बारे में जानकारी प्रदान करने की अनुमति देता है.

चरण 11: अंतिम सत्यापन और जमा करें

आपके द्वारा प्रदान की गई सभी सूचनाओं को सत्यापित करें और ‘जमा करें’ पर क्लिक करें.

चरण 12: पुष्टिकरण

आपको एक पुष्टिकरण संदेश प्राप्त होगा जो इंगित करेगा कि आपकी शिकायत सफलतापूर्वक दर्ज कर ली गई है. इसके अतिरिक्त, आपको अपनी शिकायत आईडी और अन्य प्रासंगिक विवरण वाली एक ईमेल प्राप्त होगी.

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