दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अगले सप्ताह से केन्द्र सरकार की रजामंदी के साथ ही दिल्ली सरकार एक और लॉक डाउन लगाने की तैयारी में है, पूरे भारत में दिल्ली कोरोना मामलों की संख्या में दूसरे स्थान पर है और प्रतिदिन हजारों की संख्या में मरीज मिल रहे हैं ऐसे में दिल्ली में लॉक डाउन लगाना राज्य एवं केन्द्र दोनों ही के लिए बेहद जरुरी हो गया है | उम्मीद जताई जा रही है कि 15 जून के आस पास नया लॉक डाउन लागू किया जायेगा |
एक दिन में सबसे अधिक मामले और मौतें
दिल्ली में आज 11 जून की रिपोर्ट के अनुसार 1877 रिकॉर्ड कोरोना के नए मामले सामने आये तो वही 68 लोगों को अपनी जान गँवानी पड़ी, दिल्ली इसको लेकर राजनीति भी अपने चरम पर पहुँच चुकी है, महामारी के एक दौर में भी आरोप-प्रत्यारोप का खेल जारी है, आज दिल्ली नगर निगम के तीनों महापौरों ने साझा प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी कि दिल्ली में कोरोना से अब तक 2048 लोग अपनी जान गँवा चुके हैं और उनके पास इसके रिकॉर्ड भी मौजूद हैं तो वहीँ दिल्ली सरकार का कहना है कि दिल्ली में सब कुछ नियंत्रण में हैं |
अस्पताल बेहाल
दिल्ली में सरकारी अस्पताल खासकर जहाँ कोरोना का इलाज़ किया रहा है उनका हाल बेहद ख़राब है, आये दिन सोशल मीडिया पर विडियो और फोटो सामने आ रहे हैं कि कैसे मरीजों को जानवरों की तरह रखा जा रहा है तो मृतकों के साथ अमानवीय व्यवहार किया जा रहा, परन्तु दिल्ली सरकार अभी भी यही कह रही है कि सबकुछ नियंत्रण में हैं |
राजनीति और प्रचार पर घमासान
एक तरफ पूरा देश कोरोना महामारी की चपेट से जूझ रहा है ऐसे में भाजपा के द्वारा की जा रही वर्चुअल रैली भी निशाने पर आ रही है, पूरा विपक्ष एकजुट होकर भाजपा सरकार की मंशा पर सवाल उठा रहे हैं, वहीँ दिल्ली में भी भाजपा के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष आदेश कुमार गुप्ता की अगुवाई में घर-घर जाकर मोदी 2.0 सरकार का प्रचार-प्रसार तेजी से कर रहे हैं |