कांग्रेस नेता व पूर्व सांसद उदित राज का दावा है कि अयोध्या में खुदाई के दौरान मिले अवशेष राम मन्दिर नही बल्कि बौद्ध स्थल होने की पुष्टि करते हैं, जब से यह खबर मीडिया में आयी कि अयोध्या में कुछ अवशेष मिले जिसमे शिवलिंग सहित कई ऐसी निशानियाँ है जो यह बताती हैं कि यहाँ पर पहले से राम मन्दिर था परन्तु उदित राज इस बात को साफ-साफ नकारते हुए इस बात की पुष्टि करने में लगे हैं कि यहं पर मन्दिर नही बल्कि बौद्ध स्थल है, इसको लकार उदित राज विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर लगातार दावे कर रहे हैं,
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उदित राज ने ट्विटर पर लिखा कि “अयोध्या में खुदाई से सिद्ध हुआ कि यह एक बौद्ध स्थल था, पूरा एरिया पुरातत्व विभाग की निगरानी में अध्ययन किया जाना चाहिए, बौद्ध स्तूपों में मिले धम्म चक्र व अयोध्या में मिले धम्म चक्र में समानता देखने को मिलेगी, मीडिया द्वारा निष्कर्ष पर पहुँचना की यहाँ राम मन्दिर था जल्दबाजी होगी” | उन्होंने यह भी लिखा कि “चीनी यात्री फाह्यान ने अयोध्या में 100 बौद्ध स्तूपों के बारे में क्या लिखा है”, वहीँ तीसरे ट्वीट में लिखा कि “अयोध्या में सातवी शताब्दी में चीनी यात्री हेन्त्सांग आया था, उसके अनुसार यहाँ 20 बौद्ध मन्दिर थे तथा 3000 भिक्षु रहते थे”|
उदित राज के इन दावों पर उनकी ही पार्टी के नेता उनसे बिखरे-बिखरे दिखाई पड़ रहे हैं, कांग्रेसी नेता राजीव त्यागी ने तो उदित राज पर हमला बोलते हुए लिखा कि “ मेरे प्रभु श्री राम त्रेता में हुए और बुद्ध का जन्म 563 ईसा पूर्व-निर्वाण 483 ईसा पूर्व हुआ, एक समय था कि सनातन धर्म कई बार आक्रांत किया गया और मंदिरों पर आक्रमण हुए और महात्मा बुद्ध भी सनातन धर्म का हिस्सा हैं, कृपया अपना ज्ञान दुरुस्त करें और मिथ्या वादन करने से बचें | वहीँ दूसरे कांग्रेसी नेता आचार्य प्रमोद ने तंज कसते हुए उदित राज के बयान पर लिखा कि हे प्रभु…”राम” पहले आये थे या “बुद्ध”……?