टाइम्स नाउ के पत्रकार प्रशांत कुमार (twitter@scribe_prashant) ने आज एक कब्रिस्तान में जाकर ग्राउंड रिपोर्टिंग करते हुए
वहां के हालातों के बारे में बताया, कब्रिस्तान में पिछले एक साल से लगातार रोज़ कोरोना संक्रमण से जान गंवाने वाले लोगों का
पार्थिव शरीर यहाँ दफनाया जाता है |
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प्रशांत ने रिपोर्टिंग के दौरान वहां अंतिम क्रिया करने वाले शमीम से बात करी तो उन्होंने अपना दर्द बयाँ किया, “ शमीम ने कहा कि
वो पिछले एक साल से सरकारों से गुजारिश कर रहे हैं कि उन्हें उनकी सुरक्षा के लिए पीपीई किट मुहैया कराई जाये जिसके लिए
उन्होंने एमसीडी, दिल्ली सरकार और न जाने कहाँ-कहाँ अपनी बात कहीं लेकिन उनकी कोई सुनवाई नही हुई | पिछले वर्ष फिल्म
अभिनेत्री विद्या बालन ने मदद हेतु लगभग 300 किट जरूर पहुंचाई लेकिन इस वर्ष अभी तक किसी भी ओर से कोई मदद नही मिली |
मजबूरन अपनी जान जोखिम में डाल कर यह कार्य करना पड़ रहा है |
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आज जब प्रशान्त मौके पर पहुंचे तो उन्होंने शमीम से बात करते हुए उनके दर्द को चैनल के माध्यम से प्रशासन तक पहुँचाया, जिसका
असर यह हुआ कि जो काम पिछले एक वर्ष में नही हुआ था वो काम चंद घंटों में ही हो गया | खबर मिलने के बाद बीजेपी सांसद
मनोज तिवारी ने सहित अन्य नेताओं ने मिलकर किट्स को शमीम के पास पहुचाया |