उत्तर-प्रदेश के प्रवासी मजदूरों को घर पहुँचाने को लेकर राजनीति अपने चरम स्तर पर पहुँच चुकी है, एक तरफ उत्तर-प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ दावा कर रहे हैं कि मजदूरों को घर पहुँचाने का कार्य सकुशल यूपी सरकार कर रही है लेकिन वहीँ दूसरी ओर हजारों मजदूर पैदल सडकों पर चल रहे हैं जिससे यूपी सरकार के दावों की पोल खुल रही है लेकिन असली दिलचस्पी तब बनी जब प्रियंका गाँधी ने 1000 बसों को चलाने की परमिशन मांगी, उन्होंने योगी आदित्यनाथ को पत्र लिख कर 1000 बसों को चलाने की परमिशन मांगी. बताया कि बसे यूपी बॉर्डर पर खड़ी हैं |
योगी आदित्यनाथ ने प्रियंका गाँधी के बसों को चलाने के आग्रह को स्वीकार करते हुए लिखा कि वो अपनी 1000 बसों का ब्यौरा हमे प्रदान करें, लेकिन इसमें दिलचस्प मोड़ तब आया जब प्रियंका गाँधी के द्वारा दिए गए बसों के नंबरों की पड़ताल की गयी तो उसमे कई नंबर मोटर साइकिल, थ्री व्हीलर और कार के नंबर निकले, अब ऐसे में प्रियंका गाँधी के द्वारा किये गए दावों की पोल खुल गयी है, अब देखना ये है कि आनन-फानन में दिए गए इन नंबरों के बदले कैसे बसों का प्रबंध किया जायेगा |
उत्तर-प्रदेश सरकार ने स्पष्ट रूप से कहा है कि प्रियंका गाँधी आज 19 मई दोपहर 12 बजे तक 500-500 बसों को नॉएडा और गाजियाबाद में पहुंचाये, जहाँ के जिलाधिकारी बसों को रिसीव करेंगे | शायद सियासी माइलेज लेने के चक्कर में हड़बड़ी में इतनी बड़ी गड़बड़ी हो गयी है, अब देखना ये है कि आखिरकार प्रियंका गाँधी कैसे इन बसों का इंतजाम करेंगी और इस झूठ पर क्या प्रतिक्रिया देंगी |