Corona Warrior Interview

सेवाभाव के संस्कार भाजपा से मिले : अभिमन्यु त्यागी

पूरी दुनिया इस वक्त कोरोना जैसी महामारी से ग्रसित है। समय रहते ही भारत सरकार द्वारा उठाए गए कदमों की वजह से देश में कोरोना के संक्रमण को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफलता मिली है। 25 मार्च से जारी 21 दिनों के लॉकडाउन को अब 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। ऐसे में इस महामारी से लड़ने के लिए आम जनता को भी सरकारों का सहयोग करना होगा, तभी इस जंग को जीता जा सकता है।
लॉक डाउन की वजह से गरीबों को जीवनयापन में काफी मुश्किलों करना पड़ा है। इसी समस्या से निपटने के लिए देश का युवावर्ग पूर्णरूप से समर्पित होकर समाज में सेवा में लगा हुआ और अपने आसपास रहने वाले लोगों को मदद पहुंचा कर सामाजिक फ़र्ज़ निभा रहा है।

सरकारी हेल्पलाइन के प्रमुख वैभव मिश्रा ने इसी विषय पर दिल्ली के एक ऐसे युवा नेता से बातचीत की है जो पिछले 20 दिनों से एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर दिन-रात लोगों की मदद कर रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी के दिल्ली प्रदेश के युवामोर्चा मंत्री अभिमन्यु त्यागी ने इस अंश में अपने विचार रखे हैं।

सवाल- आप जरूरतमंदों तक कैसे सहायता पहुंचा रहे हैं? जिन्हें मदद चाहिए वह लोग आपसे कैसे संपर्क कर सकते हैं?

जवाब– मेरे पास अधिकतर फ़ोन के माध्यम से मदद की जानकारी भेजी जा रही है, इसके अतिरिक्त सोशल मीडिया का अहम् रोल देखने को मिल रहा है जैसे कि लोग ट्वीट कर देते हैं या फेसबुक पर लिखते हैं और आज कल तीसरा सबसे प्रमुख माध्यम व्हाट्सएप भी है, और बात रही मेरी तो आसपास के 4-5 किलोमीटर तक तो मैं लोगों को स्वयं जाकर सहायता पहुंचाता हूँ और जब कोई ऐसे स्थान जहाँ मेरा पहुँच पाना संभव नही है तो मैं सोशल मीडिया की मदद से उनतक या अपने पार्टी के कार्यकर्त्ता के माध्यम से सहायता पहुंचाता हूँ |

प्रश्न- प्रतिदिन कितने लोगों तक आप मदद पहुँचाते हैं और अभी तक आपने कुल कितने लोगों तक मदद पहुँचायी है ?

अभिमन्यु – पिछले 20 दिनों से प्रतिदिन सैकड़ों परिवारों को हम लोग मदद पहुँचा रहे हैं, कभी 100 लोग होते हैं तो कभी 200 तो कभी 300 लोग हो जाते हैं, वैसे तो मैंने गिनती नही करी कि कितने लोगों तक मदद पहुँचायी है लेकिन में जिसको मदद पहुंचाता हूँ उसकी जानकारी रखता हूँ जिससे भविष्य में स्वयं से संपर्क कर उनको मदद पहुँचायी जा सके, फिर भी अनुमानतः 5000 से अधिक परिवारों को मेरे माध्यम से सहायता पहुंची है |

प्रश्न- आपने बताया कि 5000 हजार से अधिक लोगों को आपने मदद पहुँचायी, तो किस प्रकार की मदद आप उनको पहुंचा रहे हैं ?

अभिमन्यु– सामान्यतः परिवारों को कच्चा राशन पहुँचाने का प्रयास रहता है जिससे वो स्वयं पका सके लेकिन कुछ ऐसे लोग है जो अकेले रहते हैं या सड़कों के किनारे रहते हैं उन तक हम लोग पका हुआ भोजन भेजते हैं और उन्हें कम से कम दो वक्त का खाना भेजा जाता है | कुछ ऐसे भी परिवार मिले जिन्हें कुछ आर्थिक सहायता की आवश्यकता थी तो उन्हें कुछ आर्थिक सहायता भी प्रदान करीं लेकिन ये उन्ही को किया गया जो प्रतिदिन की कमाई पर निर्भर करते हैं |

प्रश्न- आप भारतीय जनता पार्टी से जुड़े हैं और प्रदेश में युवामोर्चा मंत्री के पद पर भी हैं, क्या यह सामाजिक सेवा, पार्टी के आदेश पर की जा रही है ?

अभिमन्यु– भारतीय जनता पार्टी एक व्यक्ति की पार्टी नहीं बल्कि संगठन के तौर पर जानी जाती है और लोगों की सेवा एवं मदद करना हमारे संस्कारों का अभिन्न अंग हैं, उसके लिए पार्टी को खास आदेश देने की जरुरत नही पड़ती है, पार्टी में जुड़ने से ही हमारे अन्दर ये संस्कार दिए जाते हैं कि किसी भी गरीब और जरूरतमंद को मदद करते रहना चाहिए, और आज जो कुछ भी कर रहा हूँ वो पार्टी के संस्कार हैं, आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार लगातार गरीबों के लिए कार्य कर रही है, आदरणीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री जे पी नड्डा जी ने यह जरुर कहा है कि इस मुश्किल वक्त में अपने आसपास रहने वाले लोगों का खास ध्यान रखना है जैसे कि कोई गरीब, वंचित या बस्तियां हैं जहाँ सुविधायें पहुँचने में देरी हो रही हो वहां अपनी जिम्मेदारी का परिचय देकर उन्हें मदद पहुंचायें |

प्रश्न- जब आप लोगों तक मदद पहुंचा रहे हैं तो क्या राशन के अतिरिक्त भी कोई अलग तरह की समस्या आपके सामने आई ?

अभिमन्यु- हाँ, कई प्रकार की समस्याओं से अवगत होना पड़ा जिसमे कई बहनों ने सैनेटरी पैड की मांग करी कि उन्हें नही मिल पा रहे हैं या उनके पास उतने पैसे नहीं है कि वो बाज़ार से खरीद सके तो मैंने इसको संज्ञान में लेते हुए सैनेटरी पैड भी वितरित किये, और लोगों से भी खासकर उन बहनों से कहूँगा जो सामाजिक सेवा में बढ़चढ़ कर लोगों की मदद कर रही कि वो हमारी बहनों तक ये जरुरी मूलभूत चीज़े उनतक जरुर पहुंचायें। कई बार पुरुषों से वो इस तरह की आवश्यक चीजों की मांग शर्म की वजह से नही कर पाती हैं |

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