चीन और अन्य देशों में बढ़ते कोरोना प्रकोप से पूरी दुनिया एक बार फिर सकते में आ गयी है. अकेले चीन में ही हालात इतने भयावह है कि प्रतिदिन हजारों लोगों की जान बढ़ते संक्रमण के चलते जा रही है. इसको देखते हुए आज स्वास्थ्य मंत्रालय ने आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के नेतृत्व में आपात बैठक बुलाई गयी जिसमे स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण, नीति आयोग सदस्य वी.के. पाल सहित सभी बड़े अधिकारी सम्मिलित हुए. केंद्रीय मंत्री ने यह भी आदेश दिया कि आने वाले कुछ दिन बेहद जरुरी हैं ऐसे में कोरोना पर हर हफ्ते समीक्षा बैठक की जाएगी.
बैठक में बताया गया कि अभी पैनिक की परिस्थिति कम से कम भारत में नहीं है तो अभी किसी भी तरह के पैनिक की जरूरत नहीं है. हालाँकि कोरोना संक्रमण जिस तेजी से फैलता है या विस्तृत रूप में अकस्मात् उत्पन्न हो जाता है, तो ऐसी स्थिति में लोगों को भीड़भाड़ में मास्क लगाने की सलाह है. यह भी देखना होगा कि टेस्टिंग पर्याप्त मात्रा में हो, हवाईअड्डों और रेलवे स्टेशनों में भी टेस्टिंग की सुविधा को और सशक्त करने का प्रयास किया जायेगा. उसके बाद ही स्वास्थ्य मंत्रालय निर्णय लेगा कि क्या और कदम उठाए जाने हैं? कोई नई गाइडलाइन फिलहाल जारी नहीं की जा रही है.
देश की राजधानी में ये नियम लागू किये जा सकते हैं
- कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए सार्वजनिक स्थानों पर फिर से मास्क पहनने को अनिवार्य किया जा सकता है, दिल्ली में बढती के बीच प्रदूषण फिर से अपने पाँव पसारने लगा है ऐसे में खासतौर पर उन लोगों के लिए जिनमें कोरोना के लक्षण हैं या जिन्हें सांस लेने में तकलीफ है तो उन लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य होगा.
- वैसे तो मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग कही कहाई बाते लगती हैं लेकिन अचानक बढ़ते कोरोना संक्रमण को देखते हुए यह भी तय है कि जल्द फिर से इसे सख्ती से लागू करवाया जा सकता है. कोरोना बचाव में सोशल डिस्टेंसिंग बेहद गंभीर नियम बन जाता है.
- दिल्ली, कलकत्ता और मुंबई समेत सभी बड़े एयरपोर्ट पर एक बार फिर से रैंडम कोरोना टेस्टिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकती है। खासतौर पर उन लोगों की जांच पर फोकस किया जायेगा, जो कोरोना प्रभावित देश से लौट रहे हैं. ऐसे लोगों की जांच होगी और अगर उनमें संक्रमण मिलता है जो जीनोम सिक्वेंसिंग करके कोविड के अन्य प्रोटोकॉल का पालन किया जाएगा। इसी तरह रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर भी रैंडम टेस्टिंग शुरू कराने की तैयारी है.