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मोरबी हादसे में 90 से अधिक मौतें,प्रधानमंत्री ने अपना कार्यक्रम रद्द किया

  • SDRF की तीन टीमें मौके पर मौजूद
  • मोरबी हादसे में अब तक 90 से अधिक लोगों की मौत
  • घटना सम्बंधित किसी भी सहायता हेतु इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर 02822-243300

गुजरात के मोरबी जिले में रविवार शाम मच्छू नदी पर करीब 200 वर्ष पुराना बना केबल पुल टूट गया।, इस दुर्घटना में अब तक मिली जानकारी के अनुसार 90 से अधिक लोगों की मौत की खबर सामने आ रही है. हालाँकि यह सभी आंकडे वहाँ मौजूद लोगों के द्वारा प्रदान किये जा रहे हैं, हादसे में मरने वालों की संख्या के सम्बन्ध में सरकारी या अभी तक कोई भी आधिकारिक आंकड़ा जारी नही किया गया है. घटना के कुछ ही घंटे के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल घटना स्थल पर पहुँचे और उसके बाद अस्पताल में भर्ती मरीजों से भी मुलाकात करी.

 प्रधानमंत्री ने गृह प्रदेश में हुई इस घटना पर जताया दुःख, कल का कार्यक्रम भी रद्द किया

घटना की जानकारी मिलने के कुछ देर बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तुरंत गुजरात मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल से फ़ोन पर बात कर घटना की वास्तविक स्थिति के बारे में पूछा और साथ ही यह भी आश्वासन दिया कि केंद्र की ओर से हर सम्भव मदद की जाएगी.

इस हादसे में मरने वाले व्यक्तियों के परिजनों को केंद्र सरकार की ओर से दो-दो लाख रुपये और प्रदेश सरकार ने चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है. साथ ही घायलों को केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गयी है.

गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी में हुए हादसे के सम्बन्ध में घटना स्थल पहुंचे और उसके बाद अस्पताल जाकर भी वर्तमान स्थिति का जायजा लिया, उसके बाद देर रात्रि जानकारी प्राप्त होने तक मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल साथ में प्रदेश सरकार के गृहमंत्री के साथ घटना स्थल पर पुनः पहुँच कर रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लिया.

घटना का कारण

वैसे तो यह पुल लगभग 200 वर्ष पुराना है परन्तु इसकी मरम्मत के चलते यह पुल लगभग 6 महीने से बंद था और पिछले हफ्ते ही इसे आम जनता के लिए खोला गया परन्तु चश्मदीदों के मुताबिक शाम को लगभग 6 बजकर 10 मिनट यह केबल पुल टूट कर नदी में गिर गया और इतनी बड़ी अनहोनी हो गयी. जिसका किसी को कोई अंदाज़ा नही था, हालाँकि प्रदेश सरकार ने घटना को संज्ञान में लेते हुए 5 सदस्यीय SIT टीम को इस घटना की जांच हेतु नियुक्त किया गया. दुर्घटना की जांच के लिए सरकार ने पांच वरिष्ठ अधिकारियों की समिति गठित की है इसमें महानगर पालिका प्रशासन आयुक्त राजकुमार बेनीवाल, चीफ इंजीनियर केएम पटेल, एलडी इंजीनिय¨रग कालेज के विभागाध्यक्ष डा. गोपाल टांक, मार्ग एवं आवास विभाग के सचिव संदीप वसावा तथा सीआइडी क्राइम के आइजी सुभाष त्रिवेदी शामिल हैं।

 दीपावली की छुट्टियां और रविवार होने की वजह से महिलाओं और बच्चों समेत बड़ी संख्या में लोग पुल को देखने के लिए आए थे। कहीं न कहीं कुछ लोगो का कहना है कुछ शरारती तत्व लगातार पुल को हिलाने की कोशिश कर रहे हैं तो वहीँ बड़ी संख्या में लोग सेल्फी लेने के चक्कर में भी पुल पर काफी दबाव बना रहे थे जिसके चलते ही यह हादसा हुआ है.

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