निवेश करना हर वर्ग को पसंद है, कोई शेयर मार्किट में करता है तो कोई अन्य माध्यमों में करना पसंद करता है, परन्तु माध्यम वर्गीय परिवार का सबसे बड़ा निवेश विभिन्न प्रकार के बीमा में होता है, चाहें वो स्वास्थ्य बीमा हो, जीवन बीमा हो या किसी वस्तु से सम्बंधित ही बीमा क्यों न हो. ऐसे मैं मध्यम वर्गीय समूह के लिए बीमा में निवेश करने से पहले कुछ बेसिक जानकारियाँ होनी अति आवश्यक है, जिन्हें नजरंदाज़ करना बेहद नुकसानदेह हो सकता है और आपकी पूरे जीवन की पूंजी भी बर्बाद हो सकती है.
यदि बीमा में निवेश करने की बात की जाये तो करोंड़ों लोगों का विश्वास LIC पर हैं जिसका मुख्य कारण सरकारी कंपनी होना है इसलिए आम जनता से लेकर खास जनता सब आँख मूंद कर विश्वास करते हैं. इसीलिए लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन (LIC) को सबसे भरोसेमंद इंश्योरेंस कंपनी माना जाता है. इसमें निवेश करने वाले अपने पैसे को सबसे अधिक सुरक्षित मानते हैं. सरकारी कंपनी होने और आपके निवेश पर सरकारी गारंटी के चलते विश्वास और अधिक बढ़ जाता है. उसके बावजूद यदि आपने LIC की पॉलिसी लेते समय आपने कुछ गलती कर दी तो आपका पूरा पैसा यहाँ भी डूब सकता है. दरअसल, निवेश करने से पहले अगर कागज़ी कार्यवाही में कोई लापरवाही की या कोई भी जानकरी छुपी रह गई तो आपको झटका लग सकता है.
धोखाधड़ी का खतरा कैसे ?
दरअसल, पॉलिसी खरीदते वक्त कई बार हम कागज़ी कार्यवाही (डॉक्यूमेंटेशन) में फंस कर अपना समय बर्बाद नही करना चाहते. काम आसानी से हो जाए और माध्यम वर्गीय वैसे ही कम प्रीमियम में ज्यादा मुनाफे की लालच में फंस जाता है. लेकिन, इस आसानी के चक्कर में आप एजेंट के काम को और आसान करते हैं. दरअसल, कई पॉलिसी में मेडिकल टेस्ट जरूरी होता है, लेकिन ज्यादातर मामलों में लोग इससे बचना चाहते हैं. बिना मेडिकल एग्जामिन के ही पॉलिसी ले लेते हैं. लेकिन, अपनी बीमारी से संबंधित जानकारी छुपाना सही नहीं है. यहीं निवेशक से गलती होती
बीमा एजेंट के बहकावे में अगर कोई सूचना छुपाई जाती है तो उसका खामियाजा आपको या नॉमिनी को भुगतना पड़ता है. सरकार अक्सर गाइडलाइन जारी करती है कि बीमा एजेंट, ग्राहक को हर बात सच-सच बताएं. इसके बावजूद भी प्लान लेने के लिए ग्राहकों को फोर्स नहीं किया जा सकता.
इसलिए डूबता है पैसा
भविष्य में क्लेम के वक्त कंपनी पूरी छानबीन करती है. खासकर मृत्यु के मामले में कंपनी बारीक़ से बारीक़ जानकारी निकालने की कोशिश करती है और इस बात की भी जानकारी लेती है कि कहीं आपने अपनी किसी बीमारी की हिस्ट्री को तो नहीं छुपाया था. अगर कोई बात छुपाई जाती है या फिर उसका प्रमाण नहीं दिया जाता तो कंपनी नॉमिनी को क्लेम की रकम देने से इनकार कर सकती है. ऐसी स्थिति में आपका निवेश किया पैसा डूब जाएगा.
एजेंट के बहकावे और चिकनी–चुपड़ी बातों में आने से बचें
पॉलिसी देने से पहले अगर कोई एजेंट यह कहता है कि इस पॉलिसी का रिटर्न 15-18 % के बीच हो सकता है तो जरूरी नहीं ऐसा हो. क्योंकि, किसी भी पॉलिसी में इतना रिटर्न मिलना मुश्किल है. खासकर ऐसी पॉलिसी जो एक वर्ग के लिए चलाई जा रही है उसमें निवेश पर इतना बड़ा रिटर्न संभव नहीं होता. ऐसे में साफ है कि आपको गलत जानकारी दी जा रही है. इसलिए पॉलिसी लेने से पहले एक बार इसकी जानकारी जरूर लें.
10 सबसे विश्वसनीय जीवन बीमा सरकारी और निजी कम्पनियाँ
- Life Insurance Corporation of India
- ICICI Prudential Life Insurance Co Ltd
- Bajaj Allianz Life Insurance Co Ltd
- SBI Life Insurance Co Ltd
- Reliance Life Insurance Co Ltd
- HDFC Standard Life Insurance Co Ltd
- Birla Sun Life Insurance Co Ltd
- Max New York Life Insurance Co Ltd
- Kotak Mahindra Old Mutual Life Insurance Ltd.
- Aviva Life Insurance Company India Ltd