नई दिल्ली – दिल्ली में वृद्ध पेंशन लगभग 5 साल से बंद पड़ी है और जब जब इसके पुनः शुरू होने के आसार बने कुछ न कुछ ऐसी विपरीत स्थितियां पैदा हुईं कि यह योजना प्रारंभ नही हो सकी लेकिन हाल ही में दिल्ली सरकार के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने ऐलान किया है कि कुछ ही महीनों में बुजुर्गों को मिलने वाली पेंशन बनना शुरू हो जाएगी.
यह घोषणा दिल्ली सरकार के मंत्री ने दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र में करी थी लेकिन उसके बाद इस पर कुछ भी कार्यवाही या प्रगति होते हुए दिखाई नही पड़ रही थी परन्तु इसी विभाग के एक अधिकारी ने बताया है की अगले महीने से वृद्ध पेंशन पुनः शुरू होने की सम्भावना है, जैसा की आने वाले समय में समाचारपत्रों में विज्ञापन के माध्यम से यह सूचना सभी को सार्वजानिक की जायेगी. मंत्री राजेन्द्र पाल गौतम ने सभी विधायकों से कहा कि वह अपने अपने क्षेत्र की सूची दें, बता दें विशेष उल्लेख के दौरान तकरीबन 5 साल से बंद पेंशन को फिर से जारी करने के लिए कर्ई विधायकों ने मांग रखी थी, जिस पर बात करते हुए राजेंद्र पाल गौतम ने पेंशन को फिर से शुरू करने की बात कही. इसके साथ ही सोमवार को शून्यकाल के दौरान शालीमार बाग की विधायक वंदना कुमार ने कहा कि 5 साल से वृद्धावस्था पेंशन नहीं बन रही है जिसके कारण कई बुजुर्गों की हालत बहुत खराब है, उनके पास बार-बार कई आवेदक आते हैं और पेंशन बनाने के लिए कहते हैं, इसके साथ ही आप विधायक नरेश बालियान, प्रमिला टोकस ने भी कहा कि कई बुजुर्गों का कहना है कि उनके बच्चों की सरकारी नौकरियां है लेकिन वह आर्थिक तौर पर उनकी मदद नहीं करते हैं जिसके चलते वह कई महीनों से परेशान है.
क्या हैं वृद्ध पेंशन पाने के नियम –
दिल्ली वृद्वावस्था पेंशन के तहत दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार 60 से लेकर 69 साल तक के बूढ़ों को हर महीने दो हजार रूपये, इसके अलावा 70 साल से अधिक उम्र के बूढ़ों को ढाई हजार पेंशन हर महीने देती है। इससे बड़े पैमाने पर बड़ी उम्र के लोगों को अपने जीवन यापन में आर्थिक सहायता मिलती है। यह पेंशन उन्हें सीधे उनके खाते में भेजी जाती है। पेंशन के लिए एक समयावधि नियत है। यह योजना के लाभार्थियों को हर तीन माह बाद प्रेषित की जाती है।