कोरोना वायरस की जंग में भारत ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल किया है। ग्लेनमार्क फार्मास्युटिकल्स ने कोरोना वायरस से कम स्तर पर पीड़ित मरीजों के लिए बुखार पर काबू पाने के लिए एंटीवायरल दवा फेविपिरविर को फैबिफ्लू ब्रांड नाम से बनाना शुरू कर दिया है। कंपनी ने शनिवार 20 जून को यह जानकारी दी। 19 जून शुक्रवार को कंपनी ने कहा था कि उसे भारतीय औषधि महानियंत्रक (डीजीसीआइ) से इस दवा को बनाने की की अनुमति मिल गई है। कंपनी का कहना है कि फैबिफ्लू कोरोना वायरस के इलाज के लिए पहली खाने वाली फेविपिरविर दवा है, जिसे भारतीय औषधि महानियंत्रक से मंजूरी मिल गई है ।
इस दवाई की क़ीमत कितनी है ?
एंटीवायरल दवा फेविपिरविर दवाई की क़ीमत लगभग 103 रुपये प्रति टैबलेट की दर से दवाई कि दुकानों (मेडिकल शॉप्स ) पर उपलब्ध होगी। फैबिफ्लू ब्रांड नाम से यह दवाई बाजार में उपलब्ध होगा
कंपनी का कहना है की उन्हें यह मंजूरी ऐसे वक्त में मिली है, जब भारत में कोरोना वायरस के मामले पहले की मुक़ाबले ओर अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं। इससे भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली काफी दबाव में है।
कंपनी ने उम्मीद जताते हुए कहा है कि फैबिफ्लू जैसे प्रभावी इलाज की उपलब्धता से भारत की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली पर पड़ रहे दबाव को काफी हद तक कम करने में मदद मिलेगी।