भाजपा नेता तजिंदर पाल सिंह बग्गा एक बार फिर सुर्ख़ियों में हैं, बग्गा एक बार फिर राजीव गाँधी पर टिपण्णी को लेकर चर्चा में हैं, 21 मई को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की पुण्यतिथि के अवसर पर तजिंदर बग्गा ने एक होर्डिंग की फोटो लगाकर ट्वीट कर दिया, होर्डिंग को बग्गा ने ही 2018 में दिल्ली के कई स्थानों पर लगवाया था, जिसमे राजीव गाँधी की तस्वीर के साथ लिखा था कि Rajiv Gandhi The Father of Mob Lynching. उसी होर्डिंग की फोटो को पुण्यतिथि के अवसर पर ट्वीट कर बग्गा ने पूरी कांग्रेस को आग-बबूला कर दिया |
इस ट्वीट के बाद से ही पूरी कांग्रेस तजिंदर पाल सिंह बग्गा के पीछे पड़ गयी, यहाँ तक कि छत्तीसगढ़ के कांकेर में कांकेर यूथ कांग्रेस अध्यक्ष पंकज वाधवानी ने बग्गा के खिलाफ पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गाँधी पर लगातार अपमानजनक टिपण्णी कर सामाजिक सोहार्द्र बिगाड़ने सम्बन्ध मामले पर एफआईआर दर्ज कराई |
राजीव गाँधी को लेकर यह विवाद नया नही बल्कि वर्षों पुराना है, 2018 में जब राहुल गाँधी ने लन्दन से वापस आते समय यह कहा था कि इन दंगों में पार्टी की कोई भूमिका नही है और इसी बयान से पूरे देश में घमासान मच गया था, उस समय भी भाजपा की ओर से तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने अकेले मोर्चा सँभालते हुए खूब पोस्टरबाज़ी की थी, बग्गा ने दिल्ली के कई प्रमुख स्थानों पर यही पोस्टर लगाये थे जिनको लेकर वह आज फिर से विवादों में हैं | बग्गा के अनुसार “1984 में हुए सिख दंगों में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गाँधी की मुख्य भूमिका थी बल्कि यह भी कहना गलत नही होगा कि दंगों की इस फिल्म के निर्देशक और प्रोडूसर राजीव गाँधी ही थे |
इसके बाद वर्ष 2019, फरवरी में बग्गा फिर एक बार राजीव गाँधी को लेकर चर्चा में आये, इस बार मामला राफेल का था जब राहुल गाँधी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर राफेल सौदे पर कथित घोटाले पर तीखे हमले कर रहे थे उस समय भी बग्गा के एक ट्वीट से हडकंप मच गया था, उन्होंने राहुल गाँधी को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया कि” देश में मच गया शोर है, राहुल का बाप चोर है”.
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राजीव गाँधी कांग्रेस के लिए बेहद संवेदनशील विषय है और उन पर टिपण्णी कर मानों घाव पर नमक डालने जैसा होता हैं और बग्गा नमक डालने का काम पिछले कई वर्षों से लगातार कर रहे हैं, बग्गा जब भी उनको लेकर कुछ करते हैं, चाहें वो पोस्टर हो या फिर ट्वीट, पूरी की पूरी कांग्रेस तिलमिला उठती है |