नई दिल्ली, चीन सहित कई देशों में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अब भारत सरकार ने भी सतर्कता बरतने पर जोर देना शुरू कर दिया है. केन्द्र सरकार ने मंगलवार को सभी राज्यों को फिर से अतिशीघ्र दिशा-निर्देश जारी कर प्रतिदिन के हिसाब से नमूनों की जांच और उनकी जीनोम सेक्वेंसिंग कराने को कहा है. जीनोम सेक्वेंसिंग कराने के पीछे एक मात्र उद्देश्य यही है कि कोई नया वैरिएंट आने पर उसका तुरंत पता लगाकर संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.
वर्तमान समय में भारत में प्रतिदिन औसतन 100 केस ही दर्ज हो रहे हैं परन्तु अन्य देशों चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ब्राज़ील और अमेरिका सहित कुछ अन्य देशों में मरीजों की संख्या में हजारों की वृद्धि प्रतिदिन देखने को मिल रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों के प्रधान सचिवों को पत्र के माध्यम से कहा है कि कोरोना का खतरा अभी पूर्णरूप से समाप्त नही हुआ है, अतः इसे हल्के में लेना भविष्य में गंभीर समस्या उत्पन्न कर सकता है. उन्होंने साथ में यह भी बताया कि जिस प्रकार पिछले वर्ष जून में जारी की गयी नियमावली को लागू किया गया था उसी के तहत सभी जरुरी उपाय को अपनाने का कार्य करें.
केंद्र सरकार के अचानक सचेत होने का प्रमुख कारण चीन के बिगड़ते हालात हैं, चीन में कोविड पाबंदियों में ढील के बाद कोरोना ने फिर कहर बरपाना शुरू कर दिया. अस्पतालों में मरीजों की संख्या में 90 प्रतिशत से अधिक का इजाफा हुआ है.
केंद्र सरकार के द्वारा आने वाले समय में हवाईअड्डों और रेलवे स्टेशनों के लिए भी दिशा-निर्देश जारी किये जा सकते हैं. फ़िलहाल के लिए अभी दोनों ही स्थानों पर निगरानी रखी जा रही है परन्तु हालात को देखते हुए जल्द ही कोई न कोई निर्णय लिया जायेगा खासकर अंतर्राष्ट्रीय उड़ानों पर. देश में जब-जब कोरोना संक्रमण बढ़ा उस समाय हालातों को काबू करने के लिए घरेलू और अतर्राष्ट्रीय उड़ानों को रोक दिया गया था.