कोरोना के बढ़ते प्रकोप और उसकी गंभीरता का असर धीरे-धीरे भारत में भी देखे को मिलने लगा है. आज एक ओर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है तो वहीँ दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया भी लोकसभा और राज्यसभा में कोरोना पर सरकार का पक्ष रखेंगे. आज संसद में लोकसभा स्पीकर ओम बिरला वहीँ राज्य सभा अध्यक्ष एवं उपराष्ट्रपति जगदीप धनकर भी मास्क लगाये हुए नजर आये, उन्होंने सभी सदस्यों को भी मास्क पुनः लगाने की अपील भी करी.
कोरोना और राजनीति एक साथ गरमाई
एक तरफ कोरोना वापस बढ़ने लगा तो वहीँ दूसरी ओर भारत में राजनैतिक बयानबाजी भी शुरू हो गयी. इस विवाद की शुरुआत केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया के एक पत्र से हुई. उन्होंने राजस्थान के सांसदों के आग्रह को संज्ञान में लेते हुए राहुल गाँधी को निर्देश दिया कि देशहित में भारत जोड़ो यात्रा को रोकनी चाहिए नही तो कोरोना के नियमों का पालन अनिवार्य कराया जाये. इसको लेकर पक्ष-विपक्ष आमने-सामने आ गए हैं.
वहीँ पूर्व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने भी कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए कहा कि अगले कुछ समय तक सभी को मास्क लगाना अनिवार्य करना चाहिए. कोरोना का प्रकोप चाइना और अन्य देशो में देख सकते हैं ऐसे में इसको नजरंदाज़ करना जानलेवा साबित हो सकता है.